जयपुर। ठाकुरजी को गर्मी से बचाने के लिए बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाईजी मंदिर में एयर कंडीशन के साथ पंखे से भी हवा की जा रही है। मंदिर ...
जयपुर। ठाकुरजी को गर्मी से बचाने के लिए बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाईजी मंदिर में एयर कंडीशन के साथ पंखे से भी हवा की जा रही है। मंदिर महंत पुरुषोत्तम भारती ने बताया कि ठाकुरजी को मक्खन की तरह कोमल माना गया है। जिस प्रकार हमें गर्मी और सर्दी का अहसास होता है, वैसे ही ठाकुरजी के साथ ऐसी ही भावना जुड़ी हुई है। गर्मी में ठाकुरजी को सूती कपड़े की झीनी पोशाक धारण कराई जा रही है । पेय के रूप में शरबत और केसर मिश्रित ठंडा दूध दिया जा रहा है। ठंडी तासीर वाले फलों का भोग लगाया जा रहा है। वहीं पंखे और कूलर से तथा एयर कंडीशन से ठंडक पहुंचाई जा रही है। चंदन का लेप भी किया जाता है। पहले खस की टाटी का उपयोग होता था। अब बदलते समय के अनुसार पंखे, कूलर, एयर कंडीशन का उपयोग हो रहा है। शुक संप्रदाय की प्रधान पीठ सरस निकुंज में ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार को गर्मी की तेज हवा से बचाने के लिए गर्भगृह के दरवाजे पर पर्दा किया गया है। अंदर एयर कंडीशन चालू रहता है। रात को शयन आरती के बाद पंखा चालू रहता है।
COMMENTS