जयपुर , 15 अप्रेल। विशिष्ट शासन सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. समित शर्मा ने कहा है कि प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई , नि...
डॉ. शर्मा ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी राज्य स्तरीय टीमों के साथ विभाग के संयुक्त निदेशकों, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई की व्यवस्था में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिये गये हैं। उन्हें संस्थान में आवश्यकतानुसार साफ-सफाई के काम में आने वाले ट्रॉली जैसे छोटे मोटे स्थायी उपकरणों की खरीद करने के निर्देश दिये हैं। डॉक्टर शर्मा ने कहा कि बेडशीट्स, बेड्स, ट्रॉली, आईवी स्टेंड आदि की निर्धारित अवधि में साफ-सफाई की जानी चाहिये, ताकि संक्रमण को रोका जा सके। इसके अलावा खराब पड़े ट्यूबलाईट, पंखा, वाटर कूलर आदि को सुधारने या आवश्यकतानुसार उनके स्थान पर नये खरीद करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने चिकित्सा केन्द्रों में पुराने कबाड़, नाकारा सामान के निस्तारण के साथ बायोमेडिकल वेस्ट के निर्धारित प्रावधानों के अनुसार निस्तारण के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में साईनेज व नागरिक अधिकार पत्र का प्रदर्शन, हैल्प डेस्क आदि लगाने की आवश्यकता पर विशेष बल दिया।
निःशुल्क दवा-जांच सेवाओं की उपलब्धता, सर्विस डिलीवरी करें सुनिश्चित
डॉ. शर्मा ने उप स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला स्तर के अस्पतालों में आवश्यक दवाओं एवं निःशुल्क जांच सेवाओं की सुविधा सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि कई बार देखा जाता है कि अस्पतालों में सेमी आटोएनेजाईजर, खून की जांच हेतु काम में आने वाले वाले कई जांच उपकरण अनुपयोगी पड़े रहते हैं। ऐसी स्थिति किसी हाल में स्वीकार्य नहीं हैं। दवाइयां उपलब्ध होने पर भी ब्रांड नाम से प्रोपोगेंडा ड्रग्स बाजार से मंगाने एवं जांच उपकरण उपलब्ध होने पर भी जांचें नहीं किए जाने की स्थिति में संबंधित प्रभारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी।
चिकित्सा संस्थान में साफ-सफाई, निःशुल्क दवा-जांच सेवाओं की उपलब्धता, इन कार्यों में लापरवाही पायी गई तो संबंधित चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी मैट्रेन मेल नर्स लैबोरेट्री, टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट आदि के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
निदेशक आरसीएच डॉ. श्री राम मीणा ने बताया कि चिकित्सा संस्थान प्रभारी द्वारा आपातकालीन ईकाई में काम में आने वाली दवाईयों, जांच सुविधाओं सहित अन्य उपकरणों की उपलब्धता की भी समयानुसार समीक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को उनके क्षेत्राधीन संस्थानों का निरीक्षण कर 16 से 20 अप्रेल के मध्य साफ-सफाई, निःशुल्क दवा-जांच सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने सहित विभिन्न निर्देशों की पालना करने के लिए कहा गया है।
बैठक में अतिरिक्त निदेशक आरसीएच डॉ. ओपी थाकन, परियोजना निदेशक डॉ. तरुण चौधरी, डॉ. रोमेल सिंह, एसएनओ- कायाकल्प डॉ. रामबाबू जायसवाल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।
--------------------
COMMENTS