27 अप्रैल को माँ सुपार्श्वमती माताजी का समाधी दिवस पदमपुरा में बाड़ा पदमपुरा/ जयपुर। विख्यात जैन तीर्थ अतिशय क्षेत्र बाड़ा पदमपुरा दिगम्बर ज...
27 अप्रैल को माँ सुपार्श्वमती माताजी का समाधी दिवस पदमपुरा में
बाड़ा पदमपुरा/ जयपुर। विख्यात जैन तीर्थ अतिशय क्षेत्र बाड़ा पदमपुरा दिगम्बर जैन मंदिर में विराजमान गणिनी आर्यिका रत्न गौरवमती माताजी ने सोमवार को प्रातः 8.15 बजे स्वाध्याय सभा में उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि " इंसान एक इंसानियत की मूरत है और उसका कर्म, शर्म और धर्म उसका गहना है। इस जगत के प्रत्येक प्राणी को अपने इन अनमोल गहनों की सदैव रक्षा करनी चाहिए, यह वो दौलत है जो कमाने से नही बल्कि परिश्रम करने से मिलती है। आज का प्राणी कमाना तो चाहता है लेकिन मेहनत करना नही चाहता, झूठ, छल, कपट पर विश्वास करता है। लेकिन कर्म करना नही चाहता। विश्वास की मर्यादा को खत्म करता जा रहा है, शर्म की सीमाएं समाप्त होती है। आस्था पर विश्वास बचा नही धर्म का प्रोपोगंडा बढ़ता जा रहा है। जबकि प्रत्येक प्राणी को कर्म, शर्म और धर्म पर विश्वास कायम कर जीवन को गति प्रदान करनी चाहिए, जीवन के किसी भी मोड़ पर जरूरत पड़ती है तो झूठ नही सच सामने नजर आता है। अर्थात जब हम किसी मुसीबत में पड़ते है तो हमारे सामने अपने ही खड़े नजर आते है जो सत्य होते है और जिन पर विश्वास करते है वह नजर नही आते जो झूठ होते है। इसलिए इंसान के जीवन में इंसानियत का महत्व है जो व्यक्ति कर्म, शर्म और धर्म करता है वह कभी किसी मुसीबत में नही पड़ता है और अगर पड़ता भी है तो उसे समश्या नही उठानी पड़ती है। इससे पूर्व प्रातः 6.30 बजे से मूलनायक पदमप्रभ भगवान का पांच इन्द्रों सहित मुख्य इंद्र द्वारा रजत कलशों से कलशाभिषेक एवं शांतिधारा की गई।
मंत्री हेमन्त सौगानी ने बताया कि आर्यिका संघ सानिध्य में पांच दिवसीय हीरक जयंती महोत्सव के तैयारियां जोरों - शोर से चल रही है, क्षेत्र में पदमप्रभ भगवान के प्रदुभव को 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित " अंतराष्ट्रीय हीरक जयंती महामहोत्सव " 8 मई से 12 मई तक अनेकों दिगम्बर जैन संतो के सानिध्य में आयोजित किया जायेगा।
अध्यक्ष सुधीर जैन ने बताया कि शनिवार 27 अप्रैल को गुरुमां गणिनी आर्यिका रत्न सुपार्श्वमती माताजी का समाधी दिवस आर्यिका गौरवमती माताजी ससंघ सानिध्य में अतिशय क्षेत्र बाड़ा पदमपुरा की धरा पर आयोजित किया जायेगा।
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