हित अम्बरीश करेंगे प्रवचन जयपुर। पानो का दरीबा स्थित सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में पांच ...
हित अम्बरीश करेंगे प्रवचन
जयपुर। पानो का दरीबा स्थित सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में पांच से सात अप्रेल तक सहजो बाई चरित्र पर प्रकाश डाला जाएगा। हित अंबरीश दो से शाम पांच बजे तक प्रवचन करेंगे। इसके साथ गुरु महिमा पर भी बखान होगा। प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि प्रसिद्ध संत कवि चरणदास की शिष्या भक्तिमती सहजोबाई का जन्म 25 जुलाई 1725 ई. को दिल्ली के परीक्षितपुर नामक स्थान में हुआ था। इनके पिता का नाम हरिप्रसाद और माता का नाम अनूपी देवी था। ग्यारह वर्ष की आयु में सहजो बाई के विवाह के समय एक दुर्घटना में वर का देहांत हो गया। उसके बाद उन्होंने संत चरणदास का शिष्यत्व स्वीकार कर लिया और आजीवन ब्रह्मचारिणी रहीं। सहजो बाई चरणदास की प्रथम शिष्या थीं। इन्होंने अपने गुरु से ज्ञान, भक्ति और योग की विद्या प्राप्त की।
कवयित्री और साधिका सहजोबाई के जीवन काल में ही उनके साहित्य का प्रचार-प्रसार देश के विभिन्न क्षेत्रों, दिल्ली, राजस्थान, बुंदेलखंड और बिहार में हो चुका था। इनके द्वारा लिखित एकमात्र ग्रंथ 'सहज प्रकाश' का प्रकाशन सन् 1920 में हुआ तथा इसका अंग्रेजी अनुवाद 1931 में प्रकाशित हुआ। सहजो बाई की रचनाओं में प्रगाढ़ गुरु भक्ति, संसार की ओर से पूर्ण विरक्ति, साधुता, मानव जीवन, प्रेम, सगुण-निर्गुण भक्ति, नाम स्मरण आदि विषयक छंद, दोहे और कुंडलियां संकलित हैं। सहजो बाई ने हरि से श्रेष्ठ गुरु को माना है।
श्रीराम मंदिर में श्री राम जन्मोत्सव छह से
-पहले दिन होगा नवसंत्सवर पर पंचांग पूजन
जयपुर। चांदपोल बाजार स्थित ठिकाना मंदिर श्री रामचंद्रजी में नौ दिवसीय श्री राम जन्मोत्सव 6 से 14 अप्रैल तक मनाया जाएगा। 6 अप्रेल को शाम 7 बजे नव संवत्सर बधाई गान और पंचांग पूजन होगा। 7 अप्रेल को सिंजारा मेहंदी एवं गणगौर पूजन होगा। 8 अप्रेल सोमवार को शाम सात बजे से गणगौर महोत्सव एवं बधाई गान होगा। 9 अप्रेल को छोटी चौपड़ स्थित श्री सीतारामजी मंदिर समाज की ओर से शाम बजे से बधाई महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। 10 अप्रेल को शाम 6 बजे श्री प्रेम भाया मंडल की ओर से बधाई महोत्सव होगा। 11 अप्रेल गुरुवार को शाम 7 बजे श्री शिव सत्संग मंडल रामनिवास बाग की ओर से श्री सीताराम संकीर्तन-सत्संग होगा। 12 अप्रेल को शाम 6 बजे श्री गौरांग महाप्रभु मंडल की ओर से बधाई महोत्सव होगा।
रामनवमी पर दिन भर आयोजन:
राम जन्मोत्सव का मुख्य आयोजन 13 अप्रेल शनिवार को मनाया जाएगा। सुबह साढ़े पांच बजे ठाकुरजी मंगला आरती, साढ़े नौ बजे श्रृंगार आरती होगी। ग्यारह बजे ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक होगा। दोहपर दो बजे रामलला की जन्म आरती होगी। अपराह्न चार बजे राजभोग आरती होगी। शाम 7 बजे महाआरती होगी। रात्रि 8 बजे इस्कॉन मंदिर परिवार की ओर से नाम संकीर्तन होगा। रात्रि 10.30 बजे श्री राम कृष्ण जन्मोत्सव समिति की शोभायात्रा के मंदिर पहुंचने पर स्वागत किया जाएगा। रात्रि ग्यारह बजे शयन आरती होगी। 14 अप्रेल को राम जन्म के उपलक्ष में शाम छह बजे से बधाई महोत्सव एवं बधाई गान होगा।
ठाकुरजी का छठी महोत्सव 19 को:
19 अप्रेल शनिवार को शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में छठी महोत्सव मनाया जाएगा। शाम 6.30 बजे से शुरू होने वाले इस महोत्सव में पद गायन और बधाई गान होगा।
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