राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने घोषणा पत्र में संख्या 27 (7) पर विप्र कल्याण बोर्ड के गठन हेतु बिंदु समा...
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने घोषणा पत्र में संख्या 27 (7) पर विप्र कल्याण बोर्ड के गठन हेतु बिंदु समाहित किया गया था जिसकी समस्त विप्र समाज ने मुक्त कंठ से सराहना की थी क्योंकि विप्र समाज बहुत वर्षों से विप्र कल्याण बोर्ड के गठन की मांग कर रहा था और समाज का प्रयास था कि विप्र कल्याण बोर्ड की स्थापना से धर्म, कर्म, संस्कृति, कर्म-कांड, यज्ञ-हवन एवं अन्य हिन्दू धर्म के क्रिया -कलापों में वृद्धि होगी। क्योंकि शास्त्रों के अनुसार जिस राज्य एवं देश में धर्म व संस्कृति की रक्षा एवं प्रचार प्रसार होता है उस राज्य में सदैव संस्कारों का उदय होता है जिससे प्रदेश एवं देश में शांति व खुशहाली की स्थापना होती है। कुछ माह पहले समस्त ब्राह्मण समाज द्वारा ज्वलंत विरोध के बाद राजस्थान की कांग्रेस सरकार द्वारा विप्र कल्याण बोर्ड के गठन की घोषणा भी कर दी गई थी, जून माह में ओपचारिक रूप से बोर्ड का गठन करना निश्चित किया गया था परंतु आज दिनांक तक सरकार बोर्ड का गठन करने में असमर्थ दिखाई पड़ रही है। इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय स्तर पर स्थापित ब्राह्मण समाज के प्रगतिशील संगठन विप्र सेना के नेतृत्व में एक संघर्ष समिति का गठन किया गया जिसमे विपिन शर्मा जी को अध्यक्ष एवं रामबाबू व्यास जी को संघर्ष समिति का महामंत्री मनोनित किया गया।
इस अवसर पर मौजूद रहे विप्र सेना प्रमुख सुनील तिवाड़ी, विप्र सेना प्रदेश संगठन महामंत्री डॉ जितेंद्र शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ रवि जोशी, प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ श्रीमती भारती शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल तिवाड़ी, जयपुर जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा, जयपुर जिलाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ अंशुल शर्मा, ब्राह्मण नेता सौरभ जैमन, युवा नेता श्री यशदीप पराशर एवं अन्य पदाधिकारीगण।
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