जयपुर। कांग्रेस नेता और जयपुर नगर निगम के कांग्रेस पार्षद दल के पूर्व मुख्य सचेतक गिरिराज खंडेलवाल ने जयपुर शहर में इंटरनेट प्र...
जयपुर। कांग्रेस नेता और जयपुर नगर निगम के कांग्रेस पार्षद दल के पूर्व मुख्य सचेतक गिरिराज खंडेलवाल ने जयपुर शहर में इंटरनेट प्रदाता कंपनी एसीटी द्वारा आधी अधूरी स्वीकृति की आड़ में पूरे शहर में अवैध रूप से केबल का जाल बिछाने था आरोप लगाते हुये कहा थी इस फर्जीवाड़े की जांच मुख्यमंत्री कार्यालय से करने के जब निर्देश जारी हुए तो जांच में इस कंपनी पर 8.55 करोड़ का बकाया निकाला गया।
लेकिन मामले की जांच कर कंपनी पर बकाया निकालने वाले नगर निगम के ईमानदार अफसरों का बदनीयती से तबादला कर दिया गया जबकि निगम हित में कार्य करने वाले ऐसे ईमानदार अफसरों को तो संरक्षण मिलना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो निगम में भ्रष्टाचार हावी हो जाएगा।
कांग्रेस नेता गिरिराज खंडेलवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय से इस फर्जीवाड़े की जांच के आदेश हुए थे जो कि मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के खिलाफ दृढ़ता का उदाहरण है। लेकिन आला अधिकारियों ने अपने निजी स्वार्थों के चलते उक्त पर जमकर मेहरबानी की जिसके कारण कंपनी ने ऊँचे रसूखातों को इस्तेमाल करके ईमानदार अफसरों का तबादला करा दिया है ताकि इस प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाला जा सके।
कांग्रेस नेता गिरिराज खंडेलवाल ने कहा कि जयपुर ग्रेटर नगर निगम की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब है। विकास कार्य के लिए धन का अभाव बना रहता है। ऐसे में यदि गलती करने वाली निजी कंपनी से 8.55 करोड़ रूपये वसूल किये जाते तो राजस्व भी एकत्रित होता और भ्रष्टाचार पर शिकंजा भी कसता। लेकिन यह नहीं हुआ और ईमानदार अफसरों को बलि का बकरा बना दिया गया। उन्होंने कहा इस इन्टरनेट सेवा प्रदाता कम्पनी ने कई आला अफसरों के घरों पर फ़्री इन्टरनेट कनेक्शन भी दे रखे हैं खंडेलवाल इस पूरे प्रकरण को मुख्यमंत्री को विस्तार से अवगत करा इसमें लिप्त अधिकारीयों की जांच करा उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर इंटरनेट प्रदाता कंपनी एसीटी से पूरा बकाया वसूला करने की मांग करेंगे ।
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