राजस्थान के एक प्रगतिशील किसान की बड़ी उपलब्धि जयपुर, 26 नवंबर। राजस्थान के प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना को भारत सरकार ने "...
जयपुर, 26 नवंबर। राजस्थान के प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना को भारत सरकार ने "राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवार्ड 2021" प्रदान किया है। शुक्रवार 26 नवंबर को दुग्ध दिवस के अवसर पर गुजरात स्थित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड आनंद में केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने अवार्ड देकर पुरस्कृत किया। इस पुरस्कार के तहत प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना को पांच लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया गया। अवाना राजस्थान के पहले ऐसे किसान और पशुपालक हैं जिन्हें यह पुरस्कार मिला है।
4401 आवेदनों में से प्रथम चुने गए प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड आनंद (गुजरात) की ओर से विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिए जाने के लिए देशभर के किसानों और पशुपालकों से आवेदन आमंत्रित किए थे। कुल 4401 किसानों के आवेदन बोर्ड को प्राप्त हुए थे। देसी गाय एवं भैंस की नस्ल का पालन करने की श्रेणी में सुरेंद्र अवाना का "सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान" के रूप में चयन किया गया। इसी के तहत उन्हें राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवॉर्ड 2021 प्रदान किया गया।
कृषि क्षेत्र में नवाचार के लिए अब तक ये पुरस्कार मिल चुके प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना को
1. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से "हरधर ऑर्गेनिक फार्मर अवार्ड 2019" प्रदान किया गया। इसके तहत उन्हें एक लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र दिया गया।
2. राजस्थान सरकार के कृषि विभाग की ओर से कृषोन्नति आत्मा योजना के तहत "राज्य स्तर का प्रथम पुस्कार" सुरेन्द्र अवाना को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 17 दिसम्बर 2019 को प्रदान किया गया।
3. एकीकृत खेती, जैविक खेती और गोमूत्र से खाद बनाने पर श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर की ओर से 11 नवम्बर 2019 को राज्यपाल कलराज मिश्र के हाथों प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया
4. जैविक खेती, सघन वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने पर बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से 15 अगस्त 2019 को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
5. भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान झांसी की ओर से एक नवम्बर 2020 को "प्रगतिशील कृषक सम्मान" प्रदान किया गया।
6. राजस्थान में गिर नस्ल के गोवंश के उत्थान एवं संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देने पर 'राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल (हरियाणा)' द्वारा 23 दिसम्बर 2020 को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
7. जैविक कृषि, मछली पालन, गिर गाय पालन, डेयरी, गौमूत्र से खाद बनाने, पशु आहार संयंत्र लगाने, फलदार पेड़ लगाने और वर्षा जल संचयन करने पर 22 फरवरी 2021 को श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय की ओर से इन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
8. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से सुरेन्द्र अवाना को "नवोन्मेषी कृषक पुरस्कार" प्रदान किया गया। 26 फरवरी 2021 को पूसा कृषि विज्ञान मेले में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के द्वारा इस पुरस्कार के तहत 1 लाख रुपए और प्रशस्ति पत्र दिया गया। यह पुरस्कार कृषि क्षेत्र का सबसे बड़ा पुरस्कार है।
22 तरह के बहुवर्षीय चारे और 150 तरह के औषधीय पौधों का अद्भुत उत्पादन
प्रगतिशील किसान सुरेंद्र अवाना पिछले कई सालों से सभी तरह के कृषि एवं पशुपालन का कार्य कर रहे हैं। जयपुर शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर अजमेर रोड़ पर बिचून के पास भैराणां गांव में स्थित "रुद्र शिवम डेयरी एवं कृषि अनुसंधान केन्द्र" पर इन्होंने करीब 80 बीघा में आईएफएस मॉडल से की जा रही एकीकृत खेती के साथ 22 तरह के बहुवर्षीय चारे का उत्पादन भी किया जा रहा है। साथ ही गौ पालन, बतख पालन, ऊंट पालन, बकरी पालन और मधुमख्खी पालन भी किया जाता है। पिछले 12 साल से प्रतिदिन एक पेड़ लगाने के कारण सुरेन्द्र अवाना को राजस्थान के ट्रीमैन के नाम से जाना जाता है। रुद्र शिवम डेयरी एवं कृषि अनुसंधान केन्द्र पर 12 हजार से ज्यादा विभिन्न फलों के पौधे हैं, 150 तरह के औषधीय पौधे भी हैं। इनके द्वारा यहां पर नर्सरी भी तैयार की गई है जहां सभी तरह के पौधे उपलब्ध कराए गए हैं। हाल ही में VNR वन केजी अमरूद के 2 हजार और थार शौभा खेजड़ी के 2 हजार नए पौधे तैयार किए गए हैं। यह नई पौध रुद्र शिवम डेयरी एवं कृषि अनुसंधान केन्द्र पर लगे मदर प्लांट की टहनियों से तैयार की गई है। यहां गाय के गोबर से गमले, ईंटें और दीपक भी बनाए जाते हैं।
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