फर्जी लोन लेकर धोखाधडी करने वाले महावीर सिंह शेखावत व उसकी पत्नि श्रीमति लक्ष्मी कंवर को किया गिरफतार अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस ...
फर्जी लोन लेकर धोखाधडी करने वाले महावीर सिंह शेखावत व उसकी पत्नि श्रीमति लक्ष्मी कंवर को किया गिरफतार
अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस थाना विश्वकर्मा जयपुर पश्चिम पर दर्ज है धोखाधड़ी के 6 प्रकरण ।
जयपुर। ऋचा तोमर, आईपीएस पुलिस उपायुक्त महोदय जिला जयपुर पश्चिम ने बताया कि पुलिस थाना विश्वकर्मा पर दिनांक 27.11.2021 को परिवादी राजेन्द्र सिंह पुत्र देवी सिह शेखावत निवासी प्लाट नंबर 64, जे एस कॉलोनी रोड नंबर 17 विश्वकर्मा जयपुर ने दर्ज करवाया कि प्रार्थी का एक 200 वर्गगज का प्लाट नंबर 64 जे एस कॉलोनी रोड नंबर 17 विश्वकर्मा जयपुर में दिनांक 22.9. 1981 को जल महल हाउसिंग को आपरेटिव सोसायटी लि जयपुर से जरिये आवंटन पत्र द्वारा कय किया था। उसी दिन से प्रार्थी उक्त प्लाट का सम्पूर्ण निर्माण कर आज तक काबिज चला आ रहा है। प्रार्थी ने उक्त प्लाट में बिजली पानी कनेक्शन ले रखा है और प्रार्थी ने जेडीए जयपुर में भी नामांकन कर रखा है। दिनांक 24.11.2021 को मेन्टोर होम लोन के पदाधिकारी प्रार्थी के प्लाट पर आये और प्लाट से सम्बंधित ऋण लेने की कार्यवाही करने लगे। तब प्रार्थी के पूछताछ करने पर पता चला कि प्रदीप सिंह व महावीर सिंह ने प्रार्थी के प्लाट के फर्जी कागजात बनाकर मेन्टोर होम लोन के पदाधिकारियों व कर्मचारियों से मिलकर प्रार्थी के प्लाट पर ऋण ले लिया है। इस तरह उक्त लोगो ने अपने आपको सदोष लाभ पहुंचाने की गरज से प्रार्थी को सदोष हानि पहुचा कर उक्त प्लाट के फर्जी कागजात बनाकर प्रार्थी के साथ छल कपट करके धोखाधड़ी की है। प्रार्थी ने अपने इस प्लाट पर सन 2004 में एलआईसी हाउसिंग फाइनेन्स से पूर्व मे ऋण ले रखा है जिसकी किश्ते आज तक निरन्तर चुकाता आ रहा है। उक्त प्रदीप सिंह, महावीर सिंह व मेन्टोर होम लोन के कर्मचारियों व अधिकारियो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करे। उक्त रिपोर्ट पर अभियोग संख्या 473 / 2021 धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी पंजीबद्ध किया जाकर अनुसंधान और आरोपियों की तलाश जारी की गयी।
सुपरविजन एवं गठित विशेष टीम:- उक्त आरोपीगणो महावीर सिंह व उसके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ फर्जी कागजातो के आधार पर ऋण प्राप्त कर धोखाधड़ी करने के 6 अन्य प्रकरण के पुलिस थाना विश्वकर्मा जयपुर पर पंजीबद्ध होने और आरोपियो द्वारा करोडो रूपयो की धोखाधड़ी कर फरार होने की सूचना प्राप्त होने पर रामसिंह, आरपीएस अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त महोदय, जिला जयपुर पश्चिम व राजेन्द्र निर्वाण सहायक पुलिस आयुक्त वृत्त चौमू जिला जयपुर पश्चिम के निकट सुपरविजन मे रमेश सैनी, पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी पुलिस थाना विश्वकर्मा जिला जयपुर पश्चिम के नैतृत्व में राजकुमार उप निरीक्षक व अन्य मुलाजमानों की विशेष टीम का गठन किया जाकर आरोपियों की तलाश बाबत हिदायत की गयी।
तलाश हेतु किये गये प्रयास :- गठित विशेष टीम द्वारा आरोपियों के संबंध में समस्त प्रकार की सूचनाएं एकत्रित की गयी। आरोपियों की पारिवारिक पृष्ठभूमि फँड सर्किल, सोशल मीडिया उपयोग, तकनीकी सहायता से तलाश की गयी। तलाश के दौरान आरोपियों का झुंझुंनू मे होने का इनपुट प्राप्त होने पर विशेष टीम को झुंझुंनू भेजा गया। विशेष टीम द्वारा झुंझुंनू पहुंचकर सादा वस्त्रों में इनपुट प्राप्त कर तलाश की गयी तो दोनो आरोपीगण महावीर सिंह व उसकी पत्नि को झुंझुंनू से दस्तयाब किया गया प्रकरण मे बाद अनुसंधान परिवादी पक्ष के साथ लाखो रूपयों की धोखाधडी करने वाले अभियुक्तगणो महावीर सिंह और श्रीमति लक्ष्मी कंवर को गिरफतार किया गया।
तरीका-ए-वारदातः- प्रकरण मे गिरफतार किये गये अभियुक्तगणो से गहन तफतीश की गयी तो सामने आया कि आरोपीगण महावीर सिंह काफी चतुर व चालाक किस्म का शख्स है। आरोपी महावीर सिंह को फर्जी हस्ताक्षर करने में महारथ हासिल है। आरोपी महावीर सिंह ने जल महल हाउसिंग कॉ-आपरेटिव सोसायटी लिमिटेड जयपुर के फर्जी आवंटन पत्र तैयार करवाता है, आवंटन पत्रो पर किसी भी भूखण्ड की संख्या का इंद्राज करके आवंटन पत्र पर समिति के पदाधिकारियो के फर्जी हस्ताक्षर करता है। आरोपी ने कुछ आवंटन पत्र अपने परिवार के अन्य सदस्यों के नाम से भी बनवा रखे है। इन फर्जी आवंटन पत्रों के आधार पर आरोपी ने मेंटोर होम लोन फाईनेंस कंपनी से लोन प्राप्त कर लिया। लोन प्राप्त करने में आरोपी के परिवार के अन्य सदस्य पत्नि श्रीमति लक्ष्मी कंवर व पुत्र प्रदीप सिंह भी सह ऋणी के तौर पर ऋण प्राप्त करने में शरीक रहे है। लोन की राशि प्राप्त करने के बाद आरोपी महावीर सिंह व उसके परिवार के सदस्य लोन की राशि की किश्तो का भुगतान नही करते है। फाईनेंस कंपनी / बैंक मे लोन की राशि का भुगतान नही होने पर बैंक द्वारा कार्यवाही की जाकर लोन प्राप्त करने वाली अचल संपत्ति / भूखण्ड का कब्जा लेने हेतु मौके पर जाने पर असल भूखण्ड स्वामी को उसके साथ धोखाधडी होने की जानकारी प्राप्त होती है। आरोपी महावीर सिंह व उसके परिवार के सदस्यों द्वारा विश्वकर्मा इलाके में इस प्रकार की गयी धोखाधड़ी के संबंध में कुल 6 प्रकरण पंजीबद्ध है जिनका अनुसंधान जारी है।
प्राप्त सफलता और विशेष भूमिका :- अभियुक्तगणों की तलाश, दस्तयाबी व गिरफतारी में राज कुमार उप निरीक्षक करण सिंह हैड कानि 1041, सरोज महिला कानि 3615 व राज कुमार कानि 9996 की विशेष भूमिका रही है।
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