मुंबई , 1 नवंबर 2022 : सिटी इंडिया लगातार दूसरे साल अवतार और सेरामाउंट की ' बेस्ट कंपनीज फॉर वूमन इन इंडिया 2022 (बीसीडब्ल्यूआई) ...
मुंबई, 1 नवंबर 2022 : सिटी इंडिया लगातार दूसरे साल अवतार और सेरामाउंट की 'बेस्ट कंपनीज फॉर वूमन इन इंडिया 2022 (बीसीडब्ल्यूआई)' सूची में शीर्ष दस कंपनियों में शामिल हुई है। कंपनी को लगातार दूसरे वर्ष 'मोस्ट इंक्लूसिव कंपनीज इंडेक्स (एमआईसीआई)- इंडिया 2022' की शीर्षस्थ श्रेणी (चैम्पियंस ऑफ इंक्लूजन, जो कि भारत में दस सबसे अधिक समावेशी कंपनियों को मिलती है) में भी रखा गया है।
यह पुरस्कार मजबूत नीतियों के साथ ज्यादा समावेशी कार्यबल सुनिश्चित करने के लिये सिटी के एक दशक से चल रहे प्रयासों की सराहना करते हैं, जोकि न केवल विविधतापूर्ण नियुक्ति को बढ़ावा देने के लिये हैं, बल्कि उसके लोगों को काम पर अपने वास्तविक स्वरूप में आने के लिये प्रोत्साहित भी करते हैं। यह कर्मचारियों को लैंगिक आधार पर उदासीन रहने और विविधतापूर्ण पृष्ठभूमियों के सहकर्मियों का आदर करने के लिये संवेदनशील बनाने पर लगातार केन्द्रित रहने की पुष्टि करता है।
दक्षिण एशिया के परिचालन एवं प्रौद्योगिकी तथा सिटी सॉल्यूशंस सेंटर्स, इंडिया के प्रमुख बालाजी नुथालापादी ने कहा, "यह पुरस्कार काम का एक ज्यादा विविधतापूर्ण और समावेशी वातावरण निर्मित करने में हमारे द्वारा की गई प्रगति का प्रमाण है। अपनी विविधतापूर्ण प्रतिभा की नियुक्ति, विकास और उसे बनाये रखने पर केन्द्रित होने से हमें मायने रखने वाले और ठोस परिणाम मिले हैं। समानता सुनिश्चित करने के लिये हमने अपनी नीतियों, लाभों और उपायों में एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाया है। समावेश को हमारे संबद्ध नेटवर्कों और जागरूकता के लिये निरंतर प्रयासों में कर्मचारी की भागीदारी से बढ़ावा मिलता है, जो साथ मिलकर काम का ऐसा माहौल बनाते हैं, जहाँ हर व्यक्ति को महत्व और आदर दिया जाता है और अपनी पूरी क्षमता से योगदान देने के लिये समर्थ बनाया जाता है।"
सिटी विविधता और समानता को महत्व देती है और लोगों पर केन्द्रित पहलों तथा योग्यतावादी संस्कृति के माध्यम से समावेश को बढ़ावा देती है। कर्मचारियों और संभावित नियुक्तियों के लिये लिंग, यौन रूझान, आयु, या शारीरिक योग्यता से इतर पक्षपात-रहित और समान व्यवहार उस संस्कृति में रचा-बसा है। सिटी इंडिया का लगातार दूसरे वर्ष इन दोनों सूचियों में आना विविधता, समानता और समावेश को बढ़ावा देने के लिये उसके द्वारा उठाये गये महत्वपूर्ण कदमों का प्रमाण है।
पिछले एक दशक में सिटी इंडिया ने LGBTQ+ के समावेशन में बेहतरीन प्रगति की है, जिसमें 'सिटी इंडिया प्राइड नेटवर्क' की स्थापना, वार्षिक 'वॉइस ऑफ द एम्प्लॉयी' सर्वे में यौन रूझान और लैंगिक पहचान पर जनसांख्यिकीय प्रश्नों की प्रस्तुति और LGBTQ+ पार्टनर्स समेत कर्मचारियों के सभी घरेलू भागीदारों को कर्मचारी लाभ देना शामिल है। विविधता के चार महत्वपूर्ण खण्डों- लिंग, LGBTQ+, दिव्यांगता और पीढि़याँ, में कंपनी के आठ संबद्ध नेटवर्क हैं। यह नेटवर्क सुनिश्चित करते हैं कि विविधतापूर्ण पृष्ठभूमियों के सहकर्मियों की अनूठी आवश्यकताओं को पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिले।
सिटी के पास श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ नीतियाँ, लाभ और दिशानिर्देश हैं, जैसे कि 'मैटरनिटी मैटर्स' प्रोग्राम के तहत, माँ बनने के बाद काम पर लौटने वालीं महिलाओं के लिये 'परफॉर्मेंस रेटिंग प्रोटेक्शन', ताकि संभावित और लौटने वाली माताओं को पूरा सहयोग मिल सके। 'चाइल्ड केयर बेनेफिट्स' और 'डे केयर टाई-अप्स' नई माताओं के काम पर लौटने में मददगार होते हैं। सिटी ने 180 दिन के मातृत्व अवकाश की पहल की है (कानून के रूप में पारित होने से काफी पहले), जिसमें मुआवजे के लैंगिक अंतरों को पारदर्शी तरीके से स्पष्ट और सम्बोधित किया गया है। पिछले साल कंपनी ने ऐसी महिलाओं के लिये 'रिटर्न टू वर्क' प्रोग्राम लॉन्च किया था, जिन्होंने छह महीने या ज्यादा के अंतराल के बाद सिटी को जॉइन किया था।
लैंगिक विविधता के प्रतिनिधित्व में लगातार ऊँचा रहते हुए सिटी इंडिया ने पिछले तीन वर्षों में एवीपी के स्तर से ऊपर की श्रेणियों में +10% बढ़त हासिल की है। कैम्पस रिक्रूट्स में से लगभग 50% नई महिला ग्रेजुएट्स हैं, जबकि 2021 में लैंगिक विविधता का कुल आंकड़ा 38% रहा।
'बेस्ट कंपनीज फॉर वूमन इन इंडिया (बीसीडब्ल्यूआई)' अध्ययन के सातवें संस्करण का संचालन 2022 में भारत की अग्रणी विविधता, समानता एवं समावेश समाधान कंपनी अवतार ने सेरामाउंट (पूर्व में वर्किंग मदर मीडिया) के साथ मिलकर किया था। सेरामाउंट अब अमेरिका में कार्यस्थलों पर विविधता, समानता और समावेश को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध एक रणनीतिक पेशेवर सेवा कंपनी ईएबी का एक डिविजन है। इस शोध ने अपनी पिछली छह यात्राओं में खुद को कॉर्पोरेट भारत के लिये विविधता विश्लेषण की एक विस्तृत कवायद के तौर पर स्थापित किया है। शोध के हर संस्करण में 300 से ज्यादा संस्थाओं ने भाग लिया है और महिलाओं के लिये शीर्ष 10 और 100 सर्वश्रेष्ठ कंपनियों की वर्णमाला के आधार पर सूची बनी है।
इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए, अवतार ग्रुप की संस्थापक-प्रेसिडेंट डॉ. सौंदर्या राजेश ने कहा, "देश में विविधता विश्लेषण की सबसे बड़ी और विस्तृत कवायद 'बेस्ट कंपनीज फॉर वूमन इन इंडिया (बीसीडब्ल्यूआई)' के सातवें संस्करण के परिणाम विविधतापूर्ण प्रतिभा के समावेशन की दिशा में भारत की संस्थाओं के सतत प्रयासों का उज्जवल प्रमाण हैं। यह अध्ययन अवतार और सेरामाउंट (पूर्व में वर्किंग मदर मीडिया) ने मिलकर किया था। इस अध्ययन की शुरूआत के समय से अब तक कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी लगभग 10% बढ़कर आशाजनक रूप से 34.8% हो गई है। सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में डीईआई की प्रगति लगातार हुई है और 77% कंपनियाँ कोविड के बाद डीईआई की गति में बढ़ोतरी की सूचना दे रही हैं। यह वे कंपनियाँ हैं, जिन्होंने परिचालन के बढ़े हुए लाभों के तौर पर डीईआई में अपने प्रयासों से फायदा पाया है। जब इन आदर्श संस्थाओं के डीईआई में सर्वश्रेष्ठ अभ्यास आंतरिक संस्कृतियों से बाहर वेंडर्स, भागीदारों, ग्राहकों और समाज के परितंत्र तक पहुँचते हैं, तब ऐसा समाज बनाते हैं, जहाँ हमारी भविष्य की पीढि़याँ फल-फूल सकती हैं और सफल हो सकती हैं।"
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