नई दिल्ली, 25 मई, 2023: ग्लोबल राइड शेयरिंग ऐप उबर ने भारत में अपनी सेवाओं को विद्युतीकृत करने और सस्टेनेबल मोबिलिटी की दिशा में भारत के प्र...
नई दिल्ली, 25 मई, 2023: ग्लोबल राइड शेयरिंग ऐप उबर ने भारत में अपनी सेवाओं को विद्युतीकृत करने और सस्टेनेबल मोबिलिटी की दिशा में भारत के प्रयासों को मजबूती प्रदान करने के लिए एक और कदम बढ़ाते हुए इस क्षेत्र के कई अग्रणी कंपनियों के साथ साझेदारी की घोषणा की है। अपने सस्टेनेबिलिटी प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए कंपनी ने जून 2023 से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में उबर ग्रीन के रोलआउट की घोषणा की। उबर ग्रीन के माध्यम से यात्री अपनी यात्रा के लिए इलेक्ट्रिक वाहन बुक करने में सक्षम होंगे। इस सेवा के माध्यम से कंपनी भारत में ऑन-डिमांड ईवी सेवा प्रदान करेगी, जो यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करेगा। उबर ग्रीन शून्य या कम उत्सर्जन वाली राइड के लिए दुनिया में सबसे व्यापक रूप से उपलब्ध ऑन-डिमांड मोबिलिटी सॉल्यूशन है। यह दुनिया भर के 15 देशों के 100 से अधिक शहरों में मौजूद है।
इन घोषणाओं के बारे में बात करते हुए, एंड्रयू मैकडोनाल्ड, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, मोबिलिटी एंड बिजनेस ऑपरेशंस, उबर, ने कहा, "भारत में विद्युतीकरण की तीव्र गति इसे उबर के लिए एक प्राथमिक देश बनाती है क्योंकि हम अपने प्लेटफॉर्म पर हर राइड को 2040 तक विद्युतीकृत करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करना चाहते हैं। आज हम उबर ग्रीन के लॉन्च के साथ उस लक्ष्य की ओर एक बड़ा कदम उठा रहे हैं। हम जानते हैं कि हमारा प्रभाव प्रौद्योगिकी से कहीं अधिक है। हम शहरों और सरकारों के सहयोगी बनने के लिए दृढ़ हैं क्योंकि वे सस्टेनेबल मोबिलिटी के माध्यम से जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण को यथासंभव कम करना चाहते हैं।"
उबर ग्रीन के लॉन्च के साथ उबर ने ईवी के प्रसार की गति को बनाए रखने के लिए नई साझेदारियों की एक श्रृंखला की घोषणा की:
➔ फ्लीट पार्टनर एक्सपेंशन: उबर अपने प्लेटफॉर्म पर ईवी के ग्रोथ के लिए फ्लीट पार्टनर्स के अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। लीथियम अर्बन टेक्नोलॉजीज, भारत की सबसे बड़ी बी2बी फ्लीट सर्विस प्रोवाइडर, एवरेस्ट फ्लीट प्राइवेट लिमिटेड, और मूव, उबर की ग्लोबल फ्लीट पार्टनर, उबर के शीर्ष सात शहरों में 25,000 इलेक्ट्रिक वाहनों की मौजूदगी सुनुश्चित करेगी, जिससे ड्राइवरों को तेजी से ईवी की ओर मूव करने में मदद मिलेगी।
➔ ईवी टू व्हीलर पार्टनरशिप: उबर अपनी तेजी से बढ़ती उबर मोटो श्रेणी में सस्टेनेबल मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए 2024 तक 10,000 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को तैनात करने के लिए ईवी-एज-ए-सर्विस स्टार्टअप जिप्प इलेक्ट्रिक के साथ पार्टनरशिप कर रहा है। 1000 से अधिक जिप्प इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन पहले से ही दिल्ली में उबर मोटो पर उपलब्ध हैं।
➔ ईवी फाइनेंसिंग: उबर और लघु उद्योग विकास बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) ने स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों - ईवी और सीएनजी की खरीद में ग्राहकों को सहयोग करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इस साझेदारी के माध्यम से लगभग 1000 करोड़ रुपये का सस्ता ऋण प्रदान किया जाएगा, जिससे स्वच्छ ईंधन वाले वाहनों के प्रसार के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार होगा।
➔ ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: उबर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में दो महत्वपूर्ण साझेदारियां कर रहा है। यह जियोबीपी (Jio-bp) के साथ मिलकर बीपी पल्स (bp pulse) के साथ अपने ग्लोबल मोबिलिटी एग्रीमेंट को भारत में भी लागू करेगा। यह साझेदारी उबर प्लेटफॉर्म से जुड़े ड्राइवरों को उनके चार्जिंग नेटवर्क तक पहुंच प्रदान करेगी और नए चार्जिंग इंफ्रा डेवलपमेंट को भी गति देगी। उबर ने जीएमआर ग्रीन एनर्जी के साथ एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किया है, ताकि विशेष चार्जिंग सुविधाएं तैयार की जा सकें।
लॉन्च के दौरान उबर इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष प्रभजीत सिंह ने कहा, "ऑल-इलेक्ट्रिक में परिवर्तन एक बड़ी चुनौती है। हम इसे अकेले नहीं कर सकते। इसमें सफल होने के लिए यह आवश्यक है कि ईवी में परिवर्तन का आर्थिक बोझ ड्राइवरों पर न पड़े। इस क्षेत्र के अग्रणी कंपनियों के साथ ये साझेदारियां चालकों को तेजी से इलेक्ट्रिक वाहन को अपनाने में मदद करने और भारत के राइड शेयरिंग क्षेत्र में सस्टेनेबल ट्रांजीशन को गति देने में मदद करने के हमारे संकल्प के अनुरूप है।"
उबर यूरोप और उत्तरी अमेरिका में 2030 तक और वैश्विक स्तर पर 2040 तक शून्य-उत्सर्जन मोबिलिटी प्लेटफ़ॉर्म बनने के लिए प्रतिबद्ध है। सस्टेनेबिलिटी प्रयासों के माद्यम से उबर ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या को तीन गुना से भी अधिक कर लिया है और 2022 में इसने 31 मिलियन राइडर्स को इलेक्ट्रिक वाहन की सुविधा प्रदान किया। साइंस बेस्ड टार्गेट्स इनिशिएटिव ने उबर के निकटतम और दीर्घकालिक विज्ञान-आधारित उत्सर्जन में कमी के लक्ष्यों को भी मंजूरी दे दी है, जिससे यह ऐसे लक्ष्यों को स्वीकृति मिलने वाली पहली 30 यूएस-बेस्ड कंपनियों में से एक बन गई है।
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