प्रदेश के कई जिलों के पहुंचेंगे हजारों श्रद्धालु महाआरती के साथ होगा महाप्रसादी का आयोजन सीकर। दांतारामगढ़ स्थित श्री करणी कोट म...
महाआरती के साथ होगा महाप्रसादी का आयोजन
सीकर। दांतारामगढ़ स्थित श्री करणी कोट में श्री सायर मां का 94वां जन्मोत्सव मार्गशीष शुक्ल चतुर्दशी पर 25 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस अवसर पर सुबह 11 बजे महा आरती का आयोजन होगा और दोपहर एक बजे से महाप्रसादी होगी। इस जन्मोत्सव समारोह के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों भक्त पहुंचेंगे। जन्मोत्सव समारोह की तैयारियां शुरू हो चुकी है। मंदिर परिसर को भव्य रूप से सजाया जा रहा है।
श्री करणी कोट के बलवीर सिंह ने बताया कि चारण कुल के किनियां वंश की 10वीं पीढ़ी में करणी माता का अवतार हुआ था। उसी किनियां वंश की 24वीं पीढ़ी में श्री सायर मां का अवतार हुआ। उनका अवतरण हुडील के किनियां चारणवास में रतनदान किनियां के घर हुआ। उनकी मां का नाम चन्द्र कंवर बीठू था। सायर मां के अवतरण समय के ग्रह नक्षत्र बहुत ही अलौकिक थे एवं इनके जन्म का नाम भी रिधु बाई था। सायर मां को श्री करणी मां का पूर्ण कला अवतार माना जाता है। उन्होंने बचपन से ही कई अलौकिक परचे दिए, जिसके कारण सायर मां के प्रति जनमानस में आस्था व प्रसिद्धि चारों ओर बढ़ने लगी।
गढ़ पर स्थित है भव्य मंदिर
सीकर जिले के दांता रामगढ़ कस्बे में श्री करणी कोट मंदिर पहाड़ी पर एक गढ़ में बना हैं। मंदिर पहाड़ी पर होने के कारण दूर से ही नजर आने लगता है। सायर मां इस गढ़ में विक्रम संवत 2008 माघ मास सुदि तेरस को सुबह पधारे थे। इसके बाद दूसरे दिन सायर मां ने अपने कर कमल से श्री करणी मां के मंढ़ की नींव लगाई और इसका नाम श्री करणी कोट रखा गया। इसके बाद विक्रम संवत 2009 के आषाढ़ नवरात्र की एकम को श्री करणी मां की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। जहां पर सायर मां ने करणी माता की आराधना की।
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