प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देशनोक (बीकानेर) यात्रा के यही हैं खास मायने -राहुल गोस्वामी ...........…......... शेखो जी मुल्तान...
-राहुल गोस्वामी
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शेखो जी मुल्तान कैद में घर बाई रो ब्यांव, बणके सांवली पकड़ पंजा में फेरां सूं पेल्यां दियो पुगाय जगदंबा मां करणी म्हारी अर्ज सुणो, थाने विणती करूं मैं बारंबार जगदंबा म्हारी अर्ज सुनो..
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मुल्तान (पाकिस्तान) की कैद से अपने भक्त शेखो जी को दिल से पुकारने पर चील बनकर छुड़ाकर लाकर उनकी बेटी के विवाह के फेरे मैं पहुंचा देने वाली मां करणी के दरबार में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दर्शन के लिए आने का मानस बनना मौजूदा भारत-पाकिस्तान के बीच जबरदस्त तनाव के मद्देनजर मां आदिशक्ति जगदंबा स्वरूपी करणी मां को देश की सरहद की सुरक्षा की प्रधान सेवक की तरफ से ठेठ राजस्थानी भाषा में बोलें तो भोड़ावणीं देने के समान है कि मां अब सरहद की सुरक्षा आप ही करो और देश के जवानों को इतनी शक्ति दो कि वे दुश्मन देश के हर मंसूबे को नाकाम कर दें।
गंगासिंह रे रही मदद में,अंग्रेजों री वार,
अंग्रेजों ने कुबद कमाई,सूतोड़ो सिंह ने जगाय ।
जगदंबा म्हारी अरज सुनो।
गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने वाले चुनिंदा भारतीय राजाओं में बीकानेर महाराजा गंगासिंह जी भी शामिल थे और मां करणी के अनन्य भक्त होने से मां ने अंग्रेजी के समक्ष उनका मान बढाया और महाराजा गंगासिंह जी ने गोलमेज सम्मेलन में शानदार प्रजेंटेशन दी और वरसाय की संधि में भारत की तरफ से हस्ताक्षर करने वाले भी गंगासिंह जी ही थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बीकानेर यात्रा के मायने इसी से निकाले जा सकते हैं कि जगदंबा मां करणी के आशीर्वाद मात्र से एक जमाने में हमारे देश भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले राजा- महाराजाओं का विश्व मंच पर डंका बज चुका है सो अब मोदी भी मां के आशीर्वाद का आशीर्वाद लेने जा रहे हैं।चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान बीकानेर शहर से एकदम सटे में उसी नाल हवाई अड्डे पर उतरेगा जो पिछले दिनों देश के दूसरे सामरिक महत्व के प्रमुख हवाई अड्डों की तरह पाकिस्तान के निशाने पर था लेकिन मां करणी की कृपा से ये हवाई अड्डा सुरक्षित रहा। बाईस मई वो ऐतिहासिक दिन होगा जब बीकानेर में प्रधानमंत्री करणी मां का आशीर्वाद लेने के साथ रेलवे और विभिन्न क्षेत्र की कई विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। यानी अब विकास का सूरज पश्चिम से उगेगा।
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