राजस्थान को नवाचार की अगली राजधानी बनाने का संकल्प जयपुर। Pan IIT Rising Rajasthan कार्यक्रम में दुनिया भर से आए 500 से अधिक IIT...
जयपुर। Pan IIT Rising Rajasthan कार्यक्रम में दुनिया भर से आए 500 से अधिक IIT पूर्व छात्र एक मंच पर एकत्र हुए, ताकि राजस्थान को भारत का अगला बड़ा टेक्नोलॉजी और इनोवेशन हब बनाने की दिशा में नए विचार और सहयोग सामने लाए जा सकें।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री सुधांश पंत (IIT खड़गपुर, मुख्य सचिव, राजस्थान सरकार) और श्री प्रभात कुमार (IIT दिल्ली, चेयरमैन, Pan IIT Alumni India) ने किया।
दोनों ने कहा कि राजस्थान में तेजी से विकसित हो रहा डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, और नवाचार की भावना मिलकर राज्य को भारत की इनोवेशन अर्थव्यवस्था के अग्रणी पथ पर ला सकते हैं।
“From Sand to Silicon: Making Rajasthan an Innovation Hub”
कार्यक्रम का एक और प्रमुख सत्र था “From Sand to Silicon: Making Rajasthan an Innovation Hub”, जिसकी मॉडरेशन पूर्व सिविल सेवक और पब्लिक पॉलिसी सलाहकार श्री अकील खान ने की।
इस चर्चा में प्रमुख IIT पूर्व छात्र और उद्यमी शामिल रहे —
अनुपम गुप्ता (IIT बॉम्बे, सह-संस्थापक, Celebal Technologies),
निशांत मित्तल (IIT दिल्ली, सह-संस्थापक, PingSafe) और
आशीम जॉली (Venture Builder, पूर्व COO Haptik, पूर्व WeWork)।
अकील खान ने पैनल के माध्यम से चर्चा की कि कैसे राजस्थान को डीप-टेक और एआई संचालित नवाचार केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।
उन्होंने सरकार से अनुकूल नीतियों, इंडस्ट्री–यूनिवर्सिटी सहयोग और निवेशक-हितैषी इकोसिस्टम की आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही IITians से आग्रह किया कि वे अपने राज्य में वापसी कर नवाचार को दिशा दें।
“राजस्थान में टैलेंट की कोई कमी नहीं — जरूरत है सिर्फ भरोसे की,
निवेशकों, संस्थानों और खुद राजस्थान के भरोसे की।”
— अकील खान, पब्लिक पॉलिसी सलाहकार
“Building Unicorns from Jaipur” सत्र
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा सत्र “Building Unicorns from Jaipur”, जिसमें अमित जैन (IIT दिल्ली), CarDekho के सह-संस्थापक और Shark Tank India के निवेशक ने भाग लिया।
उन्होंने जयपुर से यूनिकॉर्न कंपनी बनाने की अपनी यात्रा साझा करते हुए कहा –
“जयपुर में टैलेंट है, कल्चर है और हिम्मत भी है — अब जरूरत है सिर्फ कॉन्फिडेंस और कैपिटल की।”
स्टार्टअप शोकेस और नेटवर्किंग
कार्यक्रम में दर्जनों स्टार्टअप्स ने अपने अभिनव विचारों और प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत किया।
AI, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और सस्टेनेबिलिटी पर काम कर रहे इन स्टार्टअप्स से कई वेंचर कैपिटलिस्ट्स और एंजेल इन्वेस्टर्स ने मुलाकात की, जिससे साझेदारी और निवेश के नए अवसर खुले।
इस मंच ने वैश्विक IIT एलुमनाइ को स्थानीय उद्यमियों, नीति निर्माताओं और नवप्रवर्तकों से जोड़ने का अवसर भी प्रदान किया, जिससे राजस्थान को एक उभरते टेक डेस्टिनेशन के रूप में नई पहचान मिली।
भविष्य के लिए साझा संकल्प
कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि IITian समुदाय मिलकर राजस्थान को परंपरा से प्रौद्योगिकी तक की नई यात्रा पर अग्रसर करेगा।
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