जयपुर: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में 1.17 लाख से अधिक शिक्षण पद खाली होने के बावजूद, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में मात्र कुछ हज...
जयपुर: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में 1.17 लाख से अधिक शिक्षण पद खाली होने के बावजूद, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में मात्र कुछ हजार पदों की घोषणा ने प्रदेश के लाखों युवाओं को निराश कर दिया है। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) में 5.88 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी पात्र हुए हैं लेकिन सामान्य शिक्षा में लेवल-2 का एक भी पद नहीं दिया गया इसी भारी विसंगति को लेकर टीएसपी (TSP) क्षेत्र के अध्यक्ष गुरमीत चरपोटा ने सरकार के प्रति कड़ा विरोध जताया है,
*विरोध का मुख्य कारण*:
बेरोजगार अभ्यर्थियों का आरोप है कि शिक्षा विभाग में हजारों पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार जानबूझकर कम पदों पर भर्ती निकाल रही है। हाल ही में जारी REET मेन्स 2025 की विज्ञप्ति लेवल 1 (प्राथमिक विद्यालय शिक्षक - कक्षा 1 से 5): 5,636 पद, लेवल 2 (उच्च प्राथमिक विद्यालय शिक्षक - कक्षा 6 से 8): 2,123 पद कुल मात्र 7,759 पद ही निकाली गई है जो कि अभ्यर्थियों की उम्मीदों से बहुत कम है। यह स्थिति तब है जब प्रदेश भर में हज़ारों की संख्या में पद रिक्त है।
टीएसपी अध्यक्ष गुरमीत चरपोटा ने इस फैसले को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया। उन्होंने कहा, "एक तरफ स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है, जिसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ लाखों योग्य युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। सरकार अगर सभी रिक्त पदों पर भर्ती निकाले तो यह दोनों समस्याओं का समाधान हो सकता है"। चरपोटा ने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में पदों की संख्या बढ़ाए और बेरोजगारों को न्याय दे।
"बेरोजगारों की सहनशक्ति की परीक्षा न ली जाए। यदि सरकार ने जल्द ही इस भर्ती में पदों की संख्या में वृद्धि नहीं की, तो प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।"
आगामी रणनीति
राजस्थान बेरोजगार यूनियन इस विज्ञप्ति के विरोध में जल्द ही TSP स्तर पर विरोध प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपने की तैयारी में है। यूनियन ने सभी प्रभावित अभ्यर्थियों से एकजुट होने और आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया है।
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