पीएमजीएसवाई की समीक्षा जयपुर, 24 जनवरी। सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव ने सोमवार को हुई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीए...
जयपुर, 24 जनवरी। सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव ने सोमवार को हुई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) की केन्द्रीय समीक्षा बैठक में राजस्थान में हुई प्रगति का ब्यौरा दिया। माननीय मंत्री, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, भारत सरकार द्वारा यह बैठक विडियों कोन्फ्रेंस द्वारा ली गई।
भजनलाल जाटव ने केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह को सम्बोधित करते हुए कहा कि पीएमजीएसवाई के कार्यों को स्वीकृती देने हेतु वर्ष 2001 की जनसंख्या को आधार माना गया था जिसके कारण राजस्थान की हजारो गांव-ढ़ाणीयां सड़को की सुविधा से वंचित रह गई। जाटव ने सुझाव दिया कि केन्द्र सरकार द्वारा अब ग्रामीण बसावटों को पकी सड़क से जोड़ने के कार्यों की स्वीकृती हेतु 2011 की जनसंख्या को आधार माना जाये जिससे राज्य के कई इलाके लाभान्वित होगें।
जाटव ने माननीय केन्द्रीय मंत्री को पीएमजीएसवाई फेज 3 के अन्तर्गत राज्य के आवंटन को बढा कर 12000 किलोमीटर करने का सूझाव दिया एवं यह निवेदन किया कि कोरोना की मार झेल रहे समस्त राज्यों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सडकों के रखरखाव हेतु केन्द्र सरकार की तरफ से 60ः40 के अनुपात में फण्ड जारी किया जाय जिससे इन सडकों की समय पर मरम्मत की जा सके एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को कोविड के कारण हुए नुकसान की शीघ्र भरपाई की जा सके।
जाटव ने बताया कि पीएमजीएसवाई फेज 3 के अन्तर्गत 8862 किलोमीटर के लक्ष्य में से शेष 2841 किलोमीटर के कार्य केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृत किए जाने है जिसके प्रस्ताव केन्द्र को भेज दिए गये है। राज्य सरकार को इन कार्यों के लिए स्वीकृति की प्रतीक्षा है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी की वर्ष 2021-22 में राज्य को 2200 किलोमीटर का जो लक्ष्य मिला था वो पूर्ण कर लिया गया है और अब तक 2626 किलोमीटर के सड़क कार्य पूर्ण कर दिए गए है। केन्द्र से समय पर राशी प्राप्त होने पर राज्य में मार्च 2022 तक लगभग 3500 किलोमीटर के सड़क निर्माण के कार्यों को पूर्ण कर लिया जायेगा।
प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने कहा कि पीएमजीएसवाई फेज 1 के केवल तीन काम बाकी है जो सितम्बर तक पूर्ण कर लिए जायेगें। पीएमजीएसवाई फेज 2 के सभी कार्य पूर्ण किए जा चुके है। फेज 3 के अन्तर्गत 617 काम स्वीकृत हुए थे जिनमें से केवल 252 कार्य पूर्ण करने रह गये है जिन्हे मार्च 2022 तक पूर्ण कर लिया जायेगा।
सड़क निर्माण में नवाचार एवं ग्रीन टेक्नोलोजी के उपयोग के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य अभियंता (पीएमजीएसवाई) सुनिल जयसिंह ने कहा कि राज्य में निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक कार्यों में ग्रीन टेक्नोलोजी का उपयोग हो रहा है। राज्य में पीएमजीएसवाई की डामर से बन रहे हर किलोमीटर की सड़क में प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग किया जा रहा है। सीमेंट कांक्रीट की सड़के भी सेल फिल्ड तकनिक का प्रयोग करते हुए बनाई जा रही है, जो कम मोटाई की होने के बावजूद ज्यादा समय तक चलती है एवं पर्यावरण संरक्षण में मददगार होती है।
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