सिलिकॉन रेगजीन से बना कोरोना वायरस जैसा पंचिन्ग बेग रूपी स्टेच्यू रहेगा प्रमुख आकर्षण... पर्यटक उस वायरस रूपी बैग पर पंच मारकर स...
सिलिकॉन रेगजीन से बना कोरोना वायरस जैसा पंचिन्ग बेग रूपी स्टेच्यू रहेगा प्रमुख आकर्षण... पर्यटक उस वायरस रूपी बैग पर पंच मारकर सांकेतिक रूप से अपनी भड़ास निकाल सकेंगे, साथ ही दशहरा के दिन इस रावण रूपी virus का dahan किया जाएगा।
सात महीने के अंतराल के बाद नाहरगढ स्थित जयपुर वैक्स म्यूजियम एव शीशमहल पुनः पर्यटकों के लिये आज से खुल रहा है, founder डायरेक्टर Anoop Srivastava ने बताया की सरकार द्वारा दी गयी Covid-19 संबंधित सभी guidelines के अनुरूप ही museum ko पुनः खोला जा रहा है, आने वाले पर्यटकों की स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु हाइजीन atmosphere मुख्य प्राथमिकता रहेगी। एहतियात के तौर पर सभी sanatize के उपकरण लगाए गए हैं तथा सभी जांच के बाद ही व्यक्ति को अंदर प्रवेश दिया जाएगा। Museum की खासियत के अनुरूप ही सोशल Distancing के लिए interesting stickers लगाये गये हैं, जिस से खेल खेल में लोग distance का पालन करें। बचपन में खेले गए खेल चिड़िया उड़, तोता उड़ टाइप खेल को जमीन के sticker में use किया गया है। साथ ही anoop ने बताया कि देश दुनिया भर के लोगों में नेगेटिविटी बुरी तरह से घर कर गई है इसी को सांकेतिक रूप से दूर करने का हमारा यह प्रयास है Covid-19 virus का statue या फिर कह लीजिए punching beg, जिस पर मुक्का मार कर आने वाला पर्यटक अपनी भड़ास निकाल सकता है। लगभग 3 फीट का यह beg museum एरिया में लगाया गया है और सुबह 10 बजे से शाम 7.30 बजे तक कोई भी आकर उसपर पंच मार कर अपना गुस्सा निकाल सकता है और अपनी निराशा दूर कर सकता है।
हर पंच के बाद एहतियाती तौर पर beg को sanatize किया जाएगा। जिस प्रकार से सत्य पर asataya का प्रतीक रावण dahan है उसी भांति प्रतीकात्मक तौर पर इस virus रूपी रावन का भी दशहरा के दिन corona के योद्धाओं द्वारा dahan करने की योजना है। आज corona ही दुनिया के लिए सबसे बड़ा रावण बनके उभरा है, जिसका अंत होना बहुत जरूरी है। museum के साथ शीशमहल को भी खोल दिया गया है, दर्शक भारत के icons के साथ साथ celebrities और sports stars के जिवंत पुतलों को निहार सकते hain, साथ ही दुनिया के सबसे बेशकीमती हीरे कोहिनूर के replica को भी देख सकते हैं।
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